(सर्वेश्वर दयाल सक्सेना) SARVESHWAR DAYAL SAXENA in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना का जीवन परिचय (Sarveshwar Dayal Saxena Jivani in Hindi):
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Sarveshwar Dayal Saxena in Hindi.
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'सर्वेश्वर दयाल सक्सेना' का जन्म उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती में 15 सितम्बर उन्नीस सौ सताईस को हुआ था। इनका बचपन आर्थिक तंगी में बीता। इनकी शिक्षा बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय एवं इलाहबाद विश्वविद्यालय से संपन्न हुई।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना प्रसिद्द कवि एवं लेखक थे। इनके प्रमुख काव्य-संग्रह हैं- 'काठ की घंटियाँ', 'बाँस का पुल', 'एक सूनी नाव'। इनकी रचनाओं में संवेदना और आक्रोश- दोनों बातें एक साथ उभर कर आती हैं। कविता के अतिरिक्त सर्वेश्वर दयाल सक्सेना ने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी पर्याप्त ख्याति अर्जित की। ये अनेक वर्षों तक 'दिनमान' के संपादक रहे।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की मृत्यु 24 सितम्बर उन्नीस सौ तिरासी को हुई।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना प्रसिद्द कवि एवं लेखक थे। इनके प्रमुख काव्य-संग्रह हैं- 'काठ की घंटियाँ', 'बाँस का पुल', 'एक सूनी नाव'। इनकी रचनाओं में संवेदना और आक्रोश- दोनों बातें एक साथ उभर कर आती हैं। कविता के अतिरिक्त सर्वेश्वर दयाल सक्सेना ने पत्रकारिता के क्षेत्र में भी पर्याप्त ख्याति अर्जित की। ये अनेक वर्षों तक 'दिनमान' के संपादक रहे।
सर्वेश्वर दयाल सक्सेना की मृत्यु 24 सितम्बर उन्नीस सौ तिरासी को हुई।
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