Essay : (करवा चौथ) KARVA CHAUTH Nibandh in Hindi
करवा चौथ पर निबंध (Karva Chauth Essay in Hindi):
Given below some lines of Short Essay / Nibandh on Karva Chauth in Hindi.
Given below some lines of Short Essay / Nibandh on Karva Chauth in Hindi.
'करवा चौथ' का त्यौहार हिन्दुओं का प्रसिद्द त्यौहार है। यह हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस दिन को 'गणेश चतुर्थी' भी कहते हैं।
करवा चौथ का व्रत स्त्रियों द्वारा सौभाग्य, सुख व संतान के लिए रखा जाता है। यह सम्पूर्ण भारत में हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्त्रियाँ पति की दीर्घ आयु के लिए निर्जला (बिना जल का) व्रत रखकर चन्द्रमा के दर्शन के बाद ही जल ग्रहण करती हैं।
मान्यता है कि अपने प्रिय पुत्र श्री गणेश को विशेष दर्जा दिलाने के लिए मां पार्वती ने शिव से प्रार्थना की थी। भगवान् शिव ने मां पार्वती की प्रार्थना स्वीकार कर श्री गणेश को गणों में सबसे पहले पूजा करने का वरदान दिया था। तब से शुभ कार्य होने से पहले श्री गणेश का पूजन किया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन ही करवा चौथ का व्रत पड़ता है।
करवा चौथ के चलते बाज़ारों में महिलाओं की खासी भीड़ दिखाई पड़ती है। महिलायें नए कपड़ों को खरीदने साथ ही डिज़ाईनर करवे भी खरीदती हैं।
करवा चौथ का व्रत स्त्रियों द्वारा सौभाग्य, सुख व संतान के लिए रखा जाता है। यह सम्पूर्ण भारत में हर्ष व उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन स्त्रियाँ पति की दीर्घ आयु के लिए निर्जला (बिना जल का) व्रत रखकर चन्द्रमा के दर्शन के बाद ही जल ग्रहण करती हैं।
मान्यता है कि अपने प्रिय पुत्र श्री गणेश को विशेष दर्जा दिलाने के लिए मां पार्वती ने शिव से प्रार्थना की थी। भगवान् शिव ने मां पार्वती की प्रार्थना स्वीकार कर श्री गणेश को गणों में सबसे पहले पूजा करने का वरदान दिया था। तब से शुभ कार्य होने से पहले श्री गणेश का पूजन किया जाता है। गणेश चतुर्थी के दिन ही करवा चौथ का व्रत पड़ता है।
करवा चौथ के चलते बाज़ारों में महिलाओं की खासी भीड़ दिखाई पड़ती है। महिलायें नए कपड़ों को खरीदने साथ ही डिज़ाईनर करवे भी खरीदती हैं।
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