(नरेन्द्र मोदी) NARENDRA MODI in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
नरेन्द्र मोदी का जीवन परिचय (Narendra Modi Jivani in Hindi):
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Narendra Modi in Hindi.
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Narendra Modi in Hindi.
'नरेन्द्र मोदी' का पूरा नाम नरेन्द्र दामोदरदास मोदी है। नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को उत्तर गुजरात के महेसाणा जिले में स्थित एक छोटे से गांव वडनगर में हुआ था। उनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचन्द मोदी एवं माता का नाम हीराबेन मोदी था। उनका जन्म एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। 13 वर्ष की आयु में उनकी सगाई जसोदा बेन चमनलाल के साथ कर दी गयी और जब उनका विवाह हुआ, वह मात्र 17 वर्ष के थे।
भारत के सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास पर ध्यान केन्द्रित करने वाले संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) से नरेन्द्र मोदी ने 1958 में शुरुआत की और निःस्वार्थता, सामाजिक जवाबदारी, समर्पण एवं राष्ट्रवाद की भावना को आत्मसात किया। उन्होंने 1967 में गुजरात के बाढ़ पीड़ितों की सेवा की थी। अपने संघ कार्य के दौरान नरेन्द्र मोदी ने कई मौकों पर महत्त्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
1987 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होकर नरेन्द्र मोदी ने राजनीति की मुख्य धारा में प्रवेश किया। एक वर्ष के भीतर ही उन्हें पार्टी की गुजरात इकाई का महामंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने सच्चे अर्थों में पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के चुनौतीपूर्ण कार्य का बीड़ा उठाया, जिसकी वजह से पार्टी को राजनीतिक लाभ मिलना शुरू हो गया और अप्रैल, 1990 में केन्द्र में गठबंधन सरकार अस्तित्व में आई।
अक्टूबर, 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी नियुक्त हुए। उस समय गुजरात जनवरी, 2001 में आए विनाशक भूकंप सहित अन्य कई प्राकृतिक आपदाओं के विपरीत प्रभावों से गुजर रहा था। उन्होंने सर्वांगीण सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए उपयुक्त तरीके से सामाजिक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए पांच सूत्रीय रणनीति- पंचामृत योजना की परिकल्पना की।
अपनी प्रशासनिक सूझबूझ, स्पष्ट दूरदर्शिता और चारित्र्य की अखंडता सहित नरेन्द्र मोदी की इन सभी कुशलताओं की वजह से दिसम्बर 2002 के आम चुनावों में उन्होंने भव्य विजय हासिल की। 2007 के चुनावों में भी फिर से एक बार मोदी के नेतृत्व में भाजपा को भारी बहुमत मिला। 2012 के विधानसभा चुनाव में फिर से एक बार मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने भारी बहुमत प्राप्त किया। मोदी ने लगातार चौथी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
उनकी प्रसिद्धि एवं कार्यशैली को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी जी को प्रधानमन्त्री प्रत्याशी घोषित किया। भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमन्त्री प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद, नरेन्द्र मोदी ने पूरे भारत का भ्रमण किया। उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के चुनावों में अभूतपूर्व सफलता भी प्राप्त की। नरेन्द्र मोदी ने 26 मई, 2014 को भारत के 15वें प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली।
नरेन्द्र मोदी की छवि एक कठोर प्रशासक और कड़े अनुशासन के आग्रही की मानी जाती है, लेकिन साथ ही अपने भीतर वे मृदुता एवं सामर्थ्य की अपार क्षमता भी संजोये हुए हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनकी गहरी दिलचस्पी है। वे यथार्थवादी होने के साथ ही आदर्शवादी भी हैं। उनमें आशावाद कूटकूट कर भरा है। एक सफल राजनेता और कवि के रूप में उन्हें सदैव याद रखा जायेगा।
भारत के सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास पर ध्यान केन्द्रित करने वाले संगठन, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संगठन (आरएसएस) से नरेन्द्र मोदी ने 1958 में शुरुआत की और निःस्वार्थता, सामाजिक जवाबदारी, समर्पण एवं राष्ट्रवाद की भावना को आत्मसात किया। उन्होंने 1967 में गुजरात के बाढ़ पीड़ितों की सेवा की थी। अपने संघ कार्य के दौरान नरेन्द्र मोदी ने कई मौकों पर महत्त्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं।
1987 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होकर नरेन्द्र मोदी ने राजनीति की मुख्य धारा में प्रवेश किया। एक वर्ष के भीतर ही उन्हें पार्टी की गुजरात इकाई का महामंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने सच्चे अर्थों में पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने के चुनौतीपूर्ण कार्य का बीड़ा उठाया, जिसकी वजह से पार्टी को राजनीतिक लाभ मिलना शुरू हो गया और अप्रैल, 1990 में केन्द्र में गठबंधन सरकार अस्तित्व में आई।
अक्टूबर, 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी नियुक्त हुए। उस समय गुजरात जनवरी, 2001 में आए विनाशक भूकंप सहित अन्य कई प्राकृतिक आपदाओं के विपरीत प्रभावों से गुजर रहा था। उन्होंने सर्वांगीण सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए उपयुक्त तरीके से सामाजिक क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित कर राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए पांच सूत्रीय रणनीति- पंचामृत योजना की परिकल्पना की।
अपनी प्रशासनिक सूझबूझ, स्पष्ट दूरदर्शिता और चारित्र्य की अखंडता सहित नरेन्द्र मोदी की इन सभी कुशलताओं की वजह से दिसम्बर 2002 के आम चुनावों में उन्होंने भव्य विजय हासिल की। 2007 के चुनावों में भी फिर से एक बार मोदी के नेतृत्व में भाजपा को भारी बहुमत मिला। 2012 के विधानसभा चुनाव में फिर से एक बार मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने भारी बहुमत प्राप्त किया। मोदी ने लगातार चौथी बार गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
उनकी प्रसिद्धि एवं कार्यशैली को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष 2014 के आम चुनाव में मोदी जी को प्रधानमन्त्री प्रत्याशी घोषित किया। भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमन्त्री प्रत्याशी घोषित किये जाने के बाद, नरेन्द्र मोदी ने पूरे भारत का भ्रमण किया। उनके नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के चुनावों में अभूतपूर्व सफलता भी प्राप्त की। नरेन्द्र मोदी ने 26 मई, 2014 को भारत के 15वें प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली।
नरेन्द्र मोदी की छवि एक कठोर प्रशासक और कड़े अनुशासन के आग्रही की मानी जाती है, लेकिन साथ ही अपने भीतर वे मृदुता एवं सामर्थ्य की अपार क्षमता भी संजोये हुए हैं। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उनकी गहरी दिलचस्पी है। वे यथार्थवादी होने के साथ ही आदर्शवादी भी हैं। उनमें आशावाद कूटकूट कर भरा है। एक सफल राजनेता और कवि के रूप में उन्हें सदैव याद रखा जायेगा।
(नरेन्द्र मोदी) NARENDRA MODI in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
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