(राजीव गांधी) RAJIV GANDHI in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
राजीव गांधी का जीवन परिचय (Rajiv Gandhi Jivani in Hindi):
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Rajiv Gandhi in Hindi.
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'राजीव गांधी' का जन्म 20 अगस्त, 1944 में मुंबई में हुआ था। वह भारत के प्रसिद्द स्वतंत्रता सेनानी व स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाती व भारत की प्रधानमंत्री श्रीमती इन्दिरा गांधी के बड़े पुत्र थे। उनके पिता का नाम फ़िरोज़ गांधी था।
राजीव गांधी ने अपनी शिक्षा भारत एवं विदेश में प्राप्त की। उन्होंने इंडियन एयरलाइन्स में व्यवसायिक पॉयलट के रूप में कार्य प्रारम्भ किया। उन्होंने इटली की सोनिया से विवाह किया जिससे एक पुत्र राहुल व एक पुत्री प्रियंका का जन्म हुआ।
राजीव गांधी भारत के सातवें प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के रूप में 1984 से 1989 तक सेवा की। उन्होंने अपनी माता श्रीमती इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री का कार्यालय संभाला। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने।
राजीव गांधी एक समर्थ नेता थे। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में अपना धैर्य नहीं खोया। वह दृढ विचारों वाले व्यक्ति थे। उन्होंने यदि कुछ करने की थान ली, तो उसे पूर्ण कर के ही दम लेते थे। उनके नेतृत्व में देश अपने को सुरक्षित महसूस कर रहा था। उन्होंने भारत को सूचना और प्रौद्योगिकी तथा कम्प्यूटरीकरण का सपना दिखाया।
देश के इस सपूत की 21 मई, 1991 में मद्रास के निकट आत्मघाती हमले द्वारा हत्या कर दी गई। देश की एकता व अखंडता के लिए राजीव गांधी का यह बलिदान सदैव याद रखा जायेगा।
राजीव गांधी ने अपनी शिक्षा भारत एवं विदेश में प्राप्त की। उन्होंने इंडियन एयरलाइन्स में व्यवसायिक पॉयलट के रूप में कार्य प्रारम्भ किया। उन्होंने इटली की सोनिया से विवाह किया जिससे एक पुत्र राहुल व एक पुत्री प्रियंका का जन्म हुआ।
राजीव गांधी भारत के सातवें प्रधानमंत्री बनें। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री के रूप में 1984 से 1989 तक सेवा की। उन्होंने अपनी माता श्रीमती इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्री का कार्यालय संभाला। वे देश के सबसे युवा प्रधानमंत्री बने।
राजीव गांधी एक समर्थ नेता थे। उन्होंने किसी भी परिस्थिति में अपना धैर्य नहीं खोया। वह दृढ विचारों वाले व्यक्ति थे। उन्होंने यदि कुछ करने की थान ली, तो उसे पूर्ण कर के ही दम लेते थे। उनके नेतृत्व में देश अपने को सुरक्षित महसूस कर रहा था। उन्होंने भारत को सूचना और प्रौद्योगिकी तथा कम्प्यूटरीकरण का सपना दिखाया।
देश के इस सपूत की 21 मई, 1991 में मद्रास के निकट आत्मघाती हमले द्वारा हत्या कर दी गई। देश की एकता व अखंडता के लिए राजीव गांधी का यह बलिदान सदैव याद रखा जायेगा।
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