(डॉ० जाकिर हुसैन) DR. ZAKIR HUSSAIN in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
डॉ० जाकिर हुसैन का जीवन परिचय (Dr. Zakir Hussain Jivani in Hindi):
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Dr. Zakir Hussain in Hindi.
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Dr. Zakir Hussain in Hindi.
'डॉ० जाकिर हुसैन' का जन्म 8 फरवरी, 1897 को हैदराबाद में हुआ था। उनके पिता का नाम फ़िदा हुसैन खान था। इनका जन्म एक संपन्न पठान परिवार में हुआ था और जन्म के कुछ ही वर्ष बाद इनका परिवार हैदराबाद छोड़ उत्तर प्रदेश रहने चला गया था।
डॉ० जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा में हुई। आगे की पढ़ाई के लिए वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी गए थे। उन्होंने जर्मनी विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पी.एच.डी की डिग्री भी प्राप्त की। वे एक व्यावहारिक और आशावादी व्यक्तित्व के इंसान थे।
डॉ० जाकिर हुसैन ने शिक्षा सुधार के क्षेत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। 1956 में वह राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में चयनित हुए। 1957 में वह बिहार राज्य के गवर्नर नियुक्त हो गए और राज्यसभा की सदस्यता त्याग दी। 13 मई, 1967 को वह देश के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। इसके पूर्व 1962 से 1967 तक वे देश के उप-राष्ट्रपति भी रहे। शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए वर्ष 1963 में उनको भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।
डॉ० जाकिर हुसैन का देहांत 3 मई, 1969 को हुआ। वह भारत के पहले राष्ट्रपति हैं जिनकी मृत्यु अपने ऑफिस में ही हुई थी। वे एक महान शिक्षाविद होने के साथ-साथ नेतृत्व क्षमता में भी बेजोड़ थे। भारतीय राजनैतिक और शैक्षिक इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा।
डॉ० जाकिर हुसैन की प्रारंभिक शिक्षा इस्लामिया हाई स्कूल, इटावा में हुई। आगे की पढ़ाई के लिए वे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी गए थे। उन्होंने जर्मनी विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में पी.एच.डी की डिग्री भी प्राप्त की। वे एक व्यावहारिक और आशावादी व्यक्तित्व के इंसान थे।
डॉ० जाकिर हुसैन ने शिक्षा सुधार के क्षेत्र में अपनी सक्रिय भूमिका निभाई। 1956 में वह राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में चयनित हुए। 1957 में वह बिहार राज्य के गवर्नर नियुक्त हो गए और राज्यसभा की सदस्यता त्याग दी। 13 मई, 1967 को वह देश के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में निर्वाचित हुए। इसके पूर्व 1962 से 1967 तक वे देश के उप-राष्ट्रपति भी रहे। शिक्षा और राजनीति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए वर्ष 1963 में उनको भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारत रत्न' से सम्मानित किया गया।
डॉ० जाकिर हुसैन का देहांत 3 मई, 1969 को हुआ। वह भारत के पहले राष्ट्रपति हैं जिनकी मृत्यु अपने ऑफिस में ही हुई थी। वे एक महान शिक्षाविद होने के साथ-साथ नेतृत्व क्षमता में भी बेजोड़ थे। भारतीय राजनैतिक और शैक्षिक इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा।
(डॉ० जाकिर हुसैन) DR. ZAKIR HUSSAIN in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
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