(चन्द्रशेखर) CHANDRA SHEKHAR in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
चन्द्रशेखर का जीवन परिचय (Chandra Shekhar Jivani in Hindi):
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Chandra Shekhar in Hindi.
Given below some lines for Short Essay / Jeevan Parichay of Chandra Shekhar in Hindi.
'चन्द्रशेखर' जी का जन्म वर्ष 1927 में पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के इब्राहिमपट्टी नामक छोटे से गांव में हुआ था। उनका जन्म एक कृषक परिवार में हुआ था।
चन्द्रशेखर की स्कूली शिक्षा भीमपुरा में हुई। उन्हौने एम.ए. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। विद्यार्थी जीवन के पश्चात वह समाजवादी राजनीति में सक्रिय हुए। इलाहाबाद विश्विद्यालय से स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही उन्होंने भारतीय राजनीति में कदम रख दिया था।
चन्द्रशेखर 1962 से 1967 तक भारत के ऊपरी सदन राज्य सभा के सदस्य थे। सन 1975 में अपातकाल लागू होने के बाद जिन नेताओं को इन्दिरा गांधी ने जेल भेजा था उनमें से एक चंद्रशेखर भी थे। उन्होंने समाजवादी जनता पार्टी स्थापना की। उन्हे 1995 में आउटस्टैंडिंग पार्लिमेन्टेरियन अवार्ड भी मिला था। उन्होंने वर्ष 1990 में भारत के 9वें प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली। वे प्रधान मन्त्री के पद पर सात महीने तक रहे। वह एक ईमानदार और कर्मठ प्रधानमंत्री थे।
उनकी मृत्यु 8 जुलाई, 2007 को 80 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में अस्पताल में हुई। चन्द्रशेखर उनके संसदीय वार्तालाप के लिए बहुत चर्चित थे। उन्होंने १९८४ में भारत की पदयात्रा की, जिससे उन्होंने भारत को अच्छी तरह से समझने की कोशिस की। निष्पक्ष देश-प्रेम के कारण इन्हें ‘युवा तुर्क’ के नाम से भी जाना जाता है। वह राजनीति को पक्ष-विपक्ष के दृष्टिकोण से नहीं देखते थे। वह केवल देश हित के लिए कार्य करने में ही खुद को सहज महसूस करते थे। अपने संयम और कुशल व्यवहार के लिए चंद्रशेखर को सदैव याद रखा जायेगा।
चन्द्रशेखर की स्कूली शिक्षा भीमपुरा में हुई। उन्हौने एम.ए. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया। विद्यार्थी जीवन के पश्चात वह समाजवादी राजनीति में सक्रिय हुए। इलाहाबाद विश्विद्यालय से स्नातकोत्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही उन्होंने भारतीय राजनीति में कदम रख दिया था।
चन्द्रशेखर 1962 से 1967 तक भारत के ऊपरी सदन राज्य सभा के सदस्य थे। सन 1975 में अपातकाल लागू होने के बाद जिन नेताओं को इन्दिरा गांधी ने जेल भेजा था उनमें से एक चंद्रशेखर भी थे। उन्होंने समाजवादी जनता पार्टी स्थापना की। उन्हे 1995 में आउटस्टैंडिंग पार्लिमेन्टेरियन अवार्ड भी मिला था। उन्होंने वर्ष 1990 में भारत के 9वें प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली। वे प्रधान मन्त्री के पद पर सात महीने तक रहे। वह एक ईमानदार और कर्मठ प्रधानमंत्री थे।
उनकी मृत्यु 8 जुलाई, 2007 को 80 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में अस्पताल में हुई। चन्द्रशेखर उनके संसदीय वार्तालाप के लिए बहुत चर्चित थे। उन्होंने १९८४ में भारत की पदयात्रा की, जिससे उन्होंने भारत को अच्छी तरह से समझने की कोशिस की। निष्पक्ष देश-प्रेम के कारण इन्हें ‘युवा तुर्क’ के नाम से भी जाना जाता है। वह राजनीति को पक्ष-विपक्ष के दृष्टिकोण से नहीं देखते थे। वह केवल देश हित के लिए कार्य करने में ही खुद को सहज महसूस करते थे। अपने संयम और कुशल व्यवहार के लिए चंद्रशेखर को सदैव याद रखा जायेगा।
(चन्द्रशेखर) CHANDRA SHEKHAR in Hindi | Jivani | Jeevan Parichay | Essay
Reviewed by Unknown
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